छठ पूजा पर सूर्य को जल चढ़ाने से होते है यह लाभ

इस बार छठ पर्व 04 नवंबर से 07 नवंबर तक मनाया जाएगा। बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में विशेष रूप से मनाई जाने वाली छठ पूजा में सूर्य देव की आराधना का बड़ा महत्व है। इस दिन उगते सूर्य को जल चढ़ाने और पूजा करने की परंपरा है। मान्यता है कि सूर्यदेव को अर्ध्य देने से स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। आज हम आपको बताते हैं कि सूर्य को जल चढ़ाने से क्या लाभ मिलते हैं -:
-मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इस महाव्रत को निष्ठा भाव से विधिपूर्वक संपन्न करता है वह संतान सुख से कभी वंचित नहीं रहता है। इस महाव्रत के फलस्वरूप व्यक्ति को न केवल संतान की प्राप्ति होती है बल्कि उसके सारे दुःख भी समाप्त हो जाते हैं।
– जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर होता है वह व्यक्ति आत्मविश्वास के मामले में कमजोर होते हैं। ये दूसरों के आगे अपनी बात खुलकर नहीं रख पाते। ऐसे लोगों को रोज़ सुबह उगते सूरज को जल चढ़ाना चाहिए। इससे इनके आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी होती है।
– तांबे के लोटे में सूर्य को जल चढ़ाएं। जल चढ़ाते समय उसमें कुमकुम, चावल,फूल और गुड़ डालना शुभ होता है।
– सूर्य को जल चढ़ाते समय ‘ऊं सूर्याय नम:’, ‘ऊं भास्कराय नम:’, ‘ऊं रवये नम:’ मंत्र का जाप करें।
– सूर्य को सुबह-सुबह जल चढ़ाने से व्यक्ति को ताजी हवा और सूर्य की किरणें प्राप्त होती हैं जिससे उसका स्वास्थ्य उत्तम रहता है।
– सूर्य को जल चढ़ाते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखना चाहिए कि जो धारा जमीन पर गिर रही हो उस धारा के बीच से सूर्य को देखने से आंखों की रोशनी तेज होती है। सूर्य की किरणों में विटामिन डी होता है जो सेहत के लिए बहुत उपयुक्त माना जाता है।